Month: November 2020
Naoroji-Pioneer of Indian Nationalism summary नौरोज़ी- भारतीय राष्ट्रवाद के अग्रदूत किताब संक्षेप
1906 में जब कांग्रेस में गरम विचार धारा और नरम विचार धारा वाले लोगों की वजह से कांग्रेस दो भाग में बटने वाली थी। तब दादा भाई को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया।इनके नाम पर सबकी सहमति थी। गरम दल वाले इनको अपनी विचार धारा का मानते थे क्यूँकि स्वदेशी, और भारतीय अर्थवस्था, और स्वराज को लेकर उनके विचार आपस में मिलते थे। नरम विचार धारा वाले इनको अपना मानते थे क्यूँकि ये सबको मिलकर चलने वाले व्यक्ति थे, ब्रिटिश राजनीति में बड़े बड़े लोगों से इनकी जान पहचान थी और बहुत सारे मुद्दे बिना आंदोलन के ही सुलझा लेते थे।