राग दरबारी book shorts
book shorts-गाव में वैद्य जी के चेलाओं की फ़ौज थी। चेलाओं में एक चेला थे, प्रिन्सिपल साहब, ये उसी सरकारी स्कूल के प्रिन्सिपल थे। स्कूल से ज़्यादा वैद्य जी के दरवाज़े पर इनका समय बीतता थे। स्कूल में बच्चों की हाजरी लगे या ना लगे, परंतु अपनी हाजरी वैद्य जी के दरवाज़े पर ज़रूर लगाते थे। इस चाटुकारिता के दम पर उन्होंने स्कूल में मास्टरों के पदों पर अपने रिस्तेदारो की फ़ौज खड़ी कर रखी थी।
Illusions- The Adventure of a Reluctant Messiah -books short in hindi
इस किताब Illusions का सुझाव मिला एक podcast सुनते हुए। Podcast के होस्ट थे, Tim Ferris और गेस्ट नवल रविकान्त। Tim Ferris podcast और सिलिकन वैली की दुनिया में एक जाना पहचाना नाम है। नवल रविकान्त एक अमेरिकन नागरिक है।जिन्होंने शुरू शुरू में अपने कई सारे स्टार्टप बनाए। कई बढ़िया कम्पनीज़ जैसे UBER और Twitter के शुरुआती निवेशको में से एक थे।
The war that made R&AW – books short in hindi
इसी बीच रॉ (R&AW) ने अपने दो ख़ुफ़िया जासूसों की मदद से करांची समुंद्र पत्तन का सर्विलांस करवाया। उनके ऐम्युनिशन डम्प, fuel डम्प, anti aircraft guns की जगह, वहा पर मौजूद पाकिस्तान नेवी के जहाज, और हथियार से लदे व्यापारिक जहाज़ों का फोटो और location लिया गया। इस पूरे information को भारतीय नेवी को रॉ द्वारा दिया गया।
The lover boy of Bahawalpur- हिंदी में संक्षेप
The lover boy of bahawalpur वही आदमी था, जो कि जैश मुखिया के निर्देश पर पुलवामा हमले का खाका और प्लानिंग तैयार किया था। इस किताब में चर्चा है, राकेश बलवल के बारे में जो जम्मू में NIA के प्रमुख है। किस तरह से अपनी जान जोखिम में डालकर वो जाँच को आगे बढ़ते है। और जाँच के अंत में पुलवामा हमले का सम्बंध और सबूत जैश ए मोहम्मद से मिलता है। इस किताब में चर्चा है नरेंद्र नाथ धर दुबे की भी। दुबे 2000 के दशक में कश्मीर में BSF के ऑफ़िसर के रूप में पोस्टेड थे।
Full Spectrum किताब Books short in hindi
जो लोग भारत की मिलिट्री इतिहास में रूचि रखते है उनके लिए यह full spectrum किताब पढ़ने लायक़ है। बाक़ी इस किताब को इतिहास की दृष्टि से ही लिखा गया है। जो भी महत्वपूर्ण operations किए गए सेना द्वारा उसके बारे में विस्तार से वर्णन है। फ़ील्ड में युद्ध का वर्णन उतना नहीं है जितना पर्दे के पीछे क्या हुआ उसका उल्लेख है। कोई भी प्लानिंग करने और उसमें क्या क्या अवरोध आए, उसका अच्छे से विवरण है इस किताब में।
One Arranged Murder- Books short हिंदी में
इस कहानी One Arranged Murder के मुख्य पात्र है केशव और सौरभ। दोनो बहुत ही अच्छे दोस्त है। एक ही कम्पनी में नौकरी करते है। और एक साथ Z डिटेक्टिव नाम की छोटी सी जाँच पड़ताल वाली एजेन्सी चलाते है। अन्य मुख्य पात्र है सौरभ की मंगेतर प्रेरणा, प्रेरणा के पिता रमेश मल्होत्रा, उसकी माँ और चचेरी बहन अंजलि।सौरभ और प्रेरणा की arrange marriage होने वाली है। कहानी यही से शुरू होती है।
विस्मृत यात्री उपन्यास की कहानी संक्षेप में
विस्मृत यात्री उपन्यास की कहानी एक बौद्ध भिक्षु की है। और यह उपन्यास एक व्यक्ति के सत्य जीवन और घटना पर आधारित है। जो 17 साल की उमर से लगातार 40 साल और 80 हज़ार किमी की यात्रा करता है। इस यात्री ने अपने जीवन काल में लगभग 50 देशों की यात्रायें की। यात्रा प्राचीन भारत के स्वात वैली (आज का पाकिस्तान) से शुरू होती है। चलते चलते पूरे भारत फिर श्री लंका, पूर्व मध्य एसिया और पूर्वी यूरोप तक जाती है। यात्रा का अंत जाकर चीन में होता है।
वोल्गा से गंगा पुस्तक -हिंदी साहित्य की श्रेष्ठ कृतियों में से एक
वोल्गा से गंगा पुस्तक की कुछ कहानिया राहुल जी के जगह जगह विदेश भ्रमण के दौरान उनके हाथ लगी। तो कुछ कहानियो को उन्होंने प्राचीन पुस्तकों को आधार बना कर लिखा है। आर्यों के इतिहास और उनके विकास के बारे हम सबका विचार एक दूसरे से अलग हो सकता है। लेकिन इन कहानियो के माध्यम से इतिहास का एक अन्य पहलू भी जाना जा सकता है। वह इतिहास जो आप और मुझसे अभी तक अछूता रहा है।
असुर – एक हारे हुए योद्धा की कहानी (Asura- Novel असुर किताब)
असुर किताब -रावण को पुत्री की प्राप्ति होती है। जो रावण को बहुत ही प्यारी थी। लेकिन उसके बारे में भविष्यवाणी की गई कि वो पुत्री रावण और लंका के लिए हमेशा संकट लेकर आएगी। कई लोगों ने सलाह दिया कि उसे मार दिया जाय। परंतु रावण उस बच्ची से बहुत प्यार करता था। उसकी अनुपस्थिति में उसको कोई मार ना दे। इसलिए उस बच्ची को हमेशा साथ में रखता था।यहा तक कि युद्ध करने जाता था तब भी।
मंज़िलो से खूबसूरत रास्ते हैं- कोडाइकनल
रास्तों के एक तरफ़ ऊँचे पहाड़ तो दूसरी तरफ़ गहरी खाई। जहां तक नज़र का विस्तार है वहाँ तक जंगल ही जंगल। और नज़र ऊपर जाए तो बादलों के अंदर ढँकी हुई पहाड़ की चोटियाँ। इन रास्तों से हटकर भी बहुत सारे छोटे मोटे रास्ते निकल रहे थे। देखने से काफ़ी दुर्गम और ऊँची चढ़ाई वाले मालूम पड़ते थे। हम लोग तो इन रास्तों पर अपनी कार भी ले जाने से डर रहे थे। कही उल्टे कार नीचे डगरने लगे तो
Naoroji-Pioneer of Indian Nationalism summary नौरोज़ी- भारतीय राष्ट्रवाद के अग्रदूत किताब संक्षेप
1906 में जब कांग्रेस में गरम विचार धारा और नरम विचार धारा वाले लोगों की वजह से कांग्रेस दो भाग में बटने वाली थी। तब दादा भाई को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया।इनके नाम पर सबकी सहमति थी। गरम दल वाले इनको अपनी विचार धारा का मानते थे क्यूँकि स्वदेशी, और भारतीय अर्थवस्था, और स्वराज को लेकर उनके विचार आपस में मिलते थे। नरम विचार धारा वाले इनको अपना मानते थे क्यूँकि ये सबको मिलकर चलने वाले व्यक्ति थे, ब्रिटिश राजनीति में बड़े बड़े लोगों से इनकी जान पहचान थी और बहुत सारे मुद्दे बिना आंदोलन के ही सुलझा लेते थे।
पीढ़िया उपन्यास का सार संक्षेप
इस उपन्यास पीढ़िया की शुरुआत होती है लगभग 1985- 86 में जब तक दिल्ली में सिख दंगे हो चुके है। पंजाब में आतंकवाद अपने चरम सीमा पर है। शाह बानो मामला और अयोध्या मंदिर का ताला खुलने के कारण हिंदू और मुस्लिम जनता में तना तनी का माहौल बना हुआ है। इन सबके परिपेक्ष में उत्तरप्रदेश की राज्य सरकार प्रदेश के महान स्वतंत्रता सेनानी श्री जयंत टंडन जी की जन्म शताब्दी मनाने की तैयारी कर रही है।
आषाढ़ का एक दिन -नाटक का सारांश
आषाढ़ का एक दिन कविराज कालिदास और मल्लिका की प्रेम कहानी पर रचित नाट्य है। दोनो के बीच बहुत प्रेम था। परंतु कालिदास विवाह के बंधन में नहीं बधना चाहते थे। और मल्लिका भी निस्वार्थ प्रेम के चलते कालिदास से कभी भी किसी बंधन में बंधा देख नहीं सकती। कालिदास ने ऋतु संहार की रचना की। कुछ समय के बाद ही कालिदास की रचना ऋतु संहार इतनी प्रसिद्ध हो गई उसको पढ़ने के बाद उज्जैन के राजा भी कालिदास और उनके काव्य के क़ायल बन गए।
मोटर साइकल और चूहे की दौड़/होड़ वाली ज़िंदगी motorcycle and rat race of life
यह ब्लॉग मोटर साइकल और चूहे की दौड़/होड़ वाली ज़िंदगी motorcycle and rat race of life के ऊपर है। मैं रोज़ाना ही कोरोना काल में घर से ऑफ़िस और वापसी मोटर साइकल से करता हूँ। पहले तो कभी कभी ट्रेन से भी जाता था, पर अब तो मजबूरी है रोज़ ही दुपहिया की सवारी का आनंद ज़बरदस्ती उठाना पड़ता है। हाँ यहाँ पर ध्यान दीजिएगा “ ज़बरदस्ती का आनंद”। अगर एक बार के लिए हम अपने जीवन को मोटर साइकल का तय किया जाने वाले रास्ता मान ले तो?
पी वी नरशिम्हा राव और 1991-92 के आर्थिक सुधार
1947 से 1991 के बीच में कई सारे देशों ने अपनी अर्थ्व्यस्था को मिश्रित या सोशलिस्ट से धीरे धीरे पूंजीवाद की तरफ़ मोड़ना शुरू कर दिया। इन देशों को आज भी asian tigers के नाम से जाना जाता है जैसे की सिंगापुर, मलेसिया, वियतनाम और थाइलैंड इत्यादि । चीन जो कि कॉम्युनिस्ट देश है उसने भी अपनी सरकार तो कॉम्युनिस्ट रखी परंतु अपनी आर्थिक व्यस्था को पूरी तरह से पूंजीवाद में बदल दिया। इन देशों ने ये सब कदम 1965-75 के बीच में उठाए थे। इन देशों ने अपने देश के बाज़ार को बाहरी निवेश तथा समानो के लिए खोला, इंदुस्त्रीयल नितियो में बदलाव, मज़दूर क़ानून में ढील देना प्रारम्भ कर दिया । इससे बाहर की कम्पनीज़ से निवेश तथा कारख़ाने इन देशों में लगना शुरू हो गए। जिससे रोज़गार, टैक्सेशन और निर्यात का अवसर बहुत ही बढ़े स्तर पर बढ़ गया । भारत में भी आर्थिक सुधारो के लिए सुगबग़ाहट चलना प्रारम्भ हो गई। परंतु भारत में उस समय तक या कुछ हद तक आज भी आर्थिक सुधारो को गरीब विरोधी की तरह देखा जाता है । कोई भी सरकार कुछ इस दिशा में कोई कदम उठाती तो विपक्ष या वाम पंथ के अर्थ शास्त्री उन पर टूट पड़ते तथा जनता में उनका ग़लत रूप प्रस्तुत किया जाता। कोई भी सरकार 1991 तक इस दिशा में कोई सख़्त कदम नही उठा सकी । हालाँकि बीच बीच में छोटे मोटे निर्णय समय के हिसाब से लिए जा रहे थे परंतु वो सारे कदम नाकाफ़ी थे ।
समय मैं याद करता हूँ
समय मैं याद करता हूँ जिगर के उस तरावट को जो तुझको पीके मिलती थी कि जिससे प्यास बुझती थी जब तुम थे मेरे दरम्यां मेरी नस नस में बहते थे तुम मुझमें पिघलते थे कि जैसे बर्फ पानी में मुझी में घुलके रहते थे समय मैं याद करता हूँ मेरी ही उम्र के तुम …